Tuesday 19 January 2021

संघर्ष जारी है।

संघर्ष जारी है।

दीप का हवाओं से,
मरहमो का घाव से,
त्याग का लगाव से,
मेरा निज स्वभाव से,
संघर्ष जारी है

तितलियों का शूल से,
दर्पणों का धूल से,
इच्छा का उसूल से,
मेरा पुरानी भूल से,
संघर्ष जारी है।

सत्य का प्रमाण से,
शब्द का ज़ुबान से,
पांव का थकान से,
मेरा स्वाभिमान से,
संघर्ष जारी है।

दृष्टी का दृष्टिकोण से,
भिक्षु का अपने द्रोण से,
उच्चतम का गौण से
मेरा अपने मौन से।
संघर्ष जारी है।

वासना का प्रीत से,
सत्य का प्रतीत से,
तुकबंदियों का गीत से,
मेरा निज अतीत से।
संघर्ष जारी है।

कल्पना का ज्ञान से,
मन का मन के ध्यान से,
शमशीर का मयान से,
मेरा मेरे ईमान से,
संघर्ष जारी है।

राम का स्वधर्म से,
भरत का राजकर्म से,
सिया का मृगचर्म से,
मेरा हृदय के मर्म से।
संघर्ष जारी है।