Wednesday, 9 December 2020
मुश्किल है
Tuesday, 1 December 2020
कमी
सफर
Saturday, 4 January 2020
परेशां चल रहे है।
Tuesday, 10 December 2019
दलील ए सफाई नही है।
Tuesday, 22 January 2019
बंट गए है हम।
इतने लोगो में इस तरह बंट गए है हम।
अपने किरदार से पूरी तरह कट गए है हम।
कभी फैले हुए थे होंठो पे तबस्सुम की तरह,
अब कतरा ए आंसू तक सीमट गए है हम।
अपने किरदार से पूरी तरह कट गए है हम।
तुम्हारी दिलचस्पी कम होना लाजमी है बहोत,
शब ए माहताब हुआ करते थे, घट गए है हम।
अपने किरदार से पूरी तरह कट गए है हम।
मुमकीन है नज़र आने लगे सबको तुम्हारे दाग,
अब्र ए हिफाज़त थे 'शफ़क़', छट गए है हम।
अपने किरदार से पूरी तरह कट गए है हम।
Monday, 14 January 2019
जाने दो।
वो एक बहाना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
रिश्ता टूटा तो ये कहा उसने,
वो पुराना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
जला, खाक हो गया दिल मेरा,
वैसे वीराना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
दौर ए इश्क़ क्या था, क्या बताऊँ,
रोना रुलाना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
उससे उम्मीद ए वफ़ा न थी मुझे,
बस आज़माना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
सांसे तो नही लूटी है तुफानो ने,
आब ओ दाना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
मैं सबकी जरूरतों में काम आया,
आखिर खज़ाना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
हवा के मुख़ालिफ़ खड़ा था चराग,
उसने तो बुझाना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
हो सकता है चुभे हो अशआर उसे,
पर मुझे भी सुनाना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
वो जो याद ना आया तो लगा,
क्या सच मे भुलाना ही था? जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।
उसकी गरदन लगी थी दांव पर,
उसे सर झुकाना ही था, जाने दो।
उसे जाना ही था, जाने दो।