ये कैसी तबीयत दी
ये कैसा दिल दिया खुदा, ये कैसी तबीयत दी,
क्यों मासूम सा एक दिल दिया क्यों साफ़ नीयत दी.
वो दोस्त भी अब शुमार है कुछ मेरे अपनों में,
हौसला माँगा जो मैंने, उसने नसीहत दी.
क्यों मासूम सा एक दिल दिया क्यों साफ़ नीयत दी.
दुवाये तहे दिल की और तजुर्बा उम्र का,
बेहतर होगा जो वालिद ने ऐसी वसीहत दी.
क्यों मासूम सा एक दिल दिया क्यों साफ़ नीयत दी.
इंसानों से जुडा है जरा संभलकर रहो 'शफक',
चौखट को लांघने से पहले माँ ने हिदायत दी.
क्यों मासूम सा एक दिल दिया क्यों साफ़ नीयत दी.
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